
- January 1, 2025
- Pandit Madhav Shastri
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त्र्यंबकेश्वर और अन्य मंदिरों में पितृ दोष पूजा की कीमत
पितृ दोष भारतीय ज्योतिष शास्त्र में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दोष माना गया है, जो पूर्वजों की अपूर्ण इच्छाओं या अनजाने में किए गए कर्मों के कारण जन्म कुंडली में उत्पन्न होता है। इसे शांत करने हेतु त्र्यंबकेश्वर, गया, उज्जैन, हरिद्वार जैसे तीर्थस्थलों में विशेष पूजा अनुष्ठान किए जाते हैं। इस लेख में हम त्र्यंबकेश्वर और अन्य प्रमुख मंदिरों में पितृ दोष पूजा की कीमत, प्रक्रिया, और संबंधित सेवाओं की जानकारी साझा करेंगे।
पितृ दोष पूजा क्या है?
पितृ दोष पूजा एक विशेष वैदिक अनुष्ठान है, जिसका उद्देश्य पूर्वजों की आत्मा को शांति प्रदान करना और वंश में सुख-शांति बहाल करना है। इस पूजा में श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान और विशेष मंत्रोच्चारण शामिल होते हैं। यह पूजा विशेष तिथियों और शुभ मुहूर्त में की जाती है।
त्र्यंबकेश्वर में पितृ दोष पूजा की कीमत
1. मानक पूजा पैकेज:
कीमत: ₹3,500 से ₹5,000 तक
अवधि: लगभग 2-3 घंटे
सेवाएं शामिल: तर्पण, पिंडदान, ब्राह्मण भोजन, पूजा सामग्री
2. विशेष पूजा विधि:
कीमत: ₹7,000 से ₹10,000 तक
अवधि: 1 पूरा दिन
सेवाएं शामिल: संपूर्ण विधि अनुसार पूजा, कुंडली अनुसार अनुष्ठान, 3-5 ब्राह्मणों द्वारा पूजा, दक्षिणा
3. परिवारिक पूजा (3-4 सदस्य):
कीमत: ₹12,000 से ₹18,000 तक
अवधि: 1-2 दिन
सेवाएं शामिल: व्यक्तिगत पूजन व्यवस्था, भोजन, आवास, यजमान की कुंडली पर आधारित अनुष्ठान
अन्य मंदिरों में पितृ दोष पूजा की कीमत
गया जी (बिहार):
कीमत: ₹4,000 से ₹15,000 तक
सेवाएं: विष्णुपद मंदिर में पिंडदान, फल्गु नदी में तर्पण, श्राद्ध अनुष्ठान
हरिद्वार (उत्तराखंड):
कीमत: ₹3,000 से ₹10,000 तक
सेवाएं: हर की पौड़ी पर तर्पण, ब्राह्मण भोज, हवन एवं विशेष पूजन
उज्जैन (मध्य प्रदेश):
कीमत: ₹5,000 से ₹12,000 तक
सेवाएं: काल भैरव मंदिर या महाकालेश्वर मंदिर में विशेष पूजा, हवन, तर्पण
कीमत को प्रभावित करने वाले कारक
पूजा की जटिलता और अवधि
ब्राह्मणों की संख्या
पूजा सामग्री की विशिष्टता
यजमान की विशेष मांग (जैसे ग्रह शांति, नवग्रह पूजा)
यात्रा और आवास की व्यवस्था
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. क्या त्र्यंबकेश्वर में पितृ दोष पूजा के लिए अग्रिम बुकिंग आवश्यक है?
हाँ, विशेष तिथियों (पितृ पक्ष, अमावस्या) पर भारी भीड़ होती है, इसलिए अग्रिम बुकिंग करना अत्यंत आवश्यक है।
2. पूजा का सर्वोत्तम मुहूर्त कौन सा होता है?
श्राद्ध पक्ष, अमावस्या, विशेष ग्रह-नक्षत्र संयोग, विशेष तिथि (जैसे सर्वपितृ अमावस्या) को सर्वोत्तम माना जाता है।
3. क्या ऑनलाइन पितृ दोष पूजा संभव है?
अब कई सेवाएं ऑनलाइन पूजा और लाइव दर्शन की सुविधा देती हैं। परंतु पूर्ण विधि से पूजा के लिए मंदिर में स्वयं उपस्थित होना अधिक प्रभावकारी माना गया है।
4. क्या भाषा की समस्या होती है?
प्रमुख तीर्थस्थलों पर हिंदी, मराठी, अंग्रेजी और संस्कृत जानने वाले पंडित उपलब्ध होते हैं। अतः संवाद में कोई कठिनाई नहीं होती।
5. क्या एक ही पूजा से दोष पूर्णतः समाप्त हो जाता है?
यदि विधिवत और श्रद्धा से पूजा की जाए तो बहुत हद तक दोष का शमन संभव है। किन्तु कभी-कभी दोष गहन होता है तो पुनः पूजन की आवश्यकता पड़ सकती है।
त्र्यंबकेश्वर क्यों है श्रेष्ठ स्थान?
यहाँ स्थित त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग का विशेष आध्यात्मिक महत्व है।
यह स्थान गोदावरी नदी के उद्गम स्थल पर स्थित है, जहाँ तर्पण व पिंडदान अत्यंत फलदायी माने जाते हैं।
अनुभवी और प्रमाणित पंडितों की उपस्थिति पूजा को पूर्णता प्रदान करती है।
निष्कर्ष
पितृ दोष की शांति के लिए त्र्यंबकेश्वर सहित भारत के विभिन्न तीर्थस्थलों पर पूजा अनुष्ठान कराना एक महत्वपूर्ण उपाय है। पूजा की कीमतें स्थान, सेवा और जटिलता के अनुसार बदलती हैं, परंतु इसकी आत्मिक और ज्योतिषीय उपयोगिता अमूल्य होती है। उचित स्थान का चयन, अनुभवी पंडित की सहायता और श्रद्धा से किया गया अनुष्ठान आपके जीवन में शांति, समृद्धि और पारिवारिक कल्याण ला सकता है।